हमारा देश संस्कृति पर संस्कारों पर चलने वाला देश है यहां पर नारियों को देवी का स्वरूप माना गया हमारे वेद की ऋचाएं यह कहती है जहां नारी का सम्मान होता है वहां देवता निवास करते हैं महिला सशक्तिकरण पर हम मां सावित्री बाई फूले जन कल्याण समिति के द्वारा कार्य इसलिए कर रहे हैं क्योंकि महिलाओं का हमारे समाज में एक महत्वपूर्ण योगदान होता है राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने ऐसा कहा है कि महिलाओं के अधिकार के मामले में कोई समझौता नहीं कर सकता मैं ऐसा मानता हूं कि महिलाओं को ऐसी कोई कानूनन रुकावट नहीं होनी चाहिए जो पुरुषों को नहीं झेलनी पड़ती है जब तक भारतवर्ष की महिलाएं पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर धार्मिक राजनीतिक एवं सांसारिक मामलों में बराबरी से अपनी भूमिका का निर्वाह नहीं करती तब तक भारतवर्ष के भाग्य का उदय नहीं हो सकता है एक सशक्त महिला जागरूक होती है एवं उसे अपने अधिकारों की शिक्षा प्राप्त होती है अपनी आंतरिक संवेदनशील एवं बौद्धिक तर्क शक्ति के आधार पर वह अपने पुरवा भाषाओं को स्पष्ट रीति से समझने लगती है